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दुःखो का बाजार

दुःखो का बाजार 
       
        ✍️श्याम सुन्दर बंसल 

आँसूओ का समंदर बहा कर बैठे हैं 
आज दुःखो के बाजार में विस्फोट कर बैठे हैं 
सब समझते थे मेरे गम से बड़ा किसी को गम नहीं 
लेकिन मेरे दुःखो के बाजार में आने के बाद सब अपना गम को भूल बैठे हैं। 

आज हमने दूःखो का बाजार लगाया है 
सबके दिए गए जख्मो का हिसाब किया जाएगा
किसने किस तरह तोड़ा है हमारा दिल 
और किसने लगया मरहम यह बताया जाएगा। 

सब दुःखो मे साथ छोड़ गए 
गले किसने लगाया यह बताया जाएगा
लोगों के दिए गए जख्म आज भी हरे है
उस मरहम मे नमक किसने मिलाया यह जताया जाएगा 

दुःखो का बाजार खोल बैठे है आज
अपनी मन की बात सबको बोल बैठे हैं आज
अंदाज़ा लगा सकते हो तो जरुर लगा लेना
कितने गमो का बोझ लिए चल रहे हम आज। 

कबाड़ी कहा था क्या सोचकर कहा था तुमने
तुम्हारी हैसियत क्या है आज हमे  बता भी दो 
हमने तो तुमको सच्चे दिल से चाहा था
हमको कबाड़ी कहकर जलिल क्यो कीया हमे जता भी दो।

पता है मुझको इसका कोई जवाब नहीं है तुम्हारे पास 
तुमको तो कभी हुआ ही नहीं मेरे प्यार का एहसास 
हां लेकिन तुम इतना जो जानती थी कितना चाहता था तुमको 
लेकिन तुमको तो तोड़ने मे मजा आया मेरा विशवास। 

आज इस दुःखो के बाजार में तुम्हारे झूठे विशवास को बेचा जाएगा
तुम्हारे याद मे बीताए गए हर लम्हे का जुर्माना लगाया जाएगा
इस कमबख़्त दिल को भी सजा का हकदार बनाया जाएगा
उस जख्म पर मरहम नहीं नमक छिड़का जाएगा। 
इस दूःखो के बाजार में तुम्हारा नाम शामिल किया जाएगा।

दूःखो का बाजार खोला है अपने गम की दुकान लगाना 
किसने किस तरह तोड़ा है तुम्हारा दिल बताना 
हँसी मे अपनी आज हर एक गम का शौदा करना
और फिर दूःखो के बाजार में अपने गमो का सौदा कर मुस्काना। 

पहली बार होगा आज दूःखो का सौदा होगा
आज दुःखो के बाजार में दुःख नीलाम होगा
हंसेगा हर एक चेहरा जिसके ज़िंदगी में गम होगा
आज दुःखो के बाजार में दुःखो को दुःख हो�

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5 Comments

Niraj Pandey

17-Aug-2021 05:53 AM

👌

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Seema Priyadarshini sahay

17-Aug-2021 05:31 AM

वाह

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Miss Lipsa

17-Aug-2021 04:58 AM

Waah

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